D pharma डी फार्मेसी कोर्स क्या है
डी फार्मा करना एक अच्छा विकल्प हो सकता है आपके करियर के लिए. भारत में अगर 5 साल पहले देखें और अब 2024 का देखें तो भारत में बीमारियों का चलन बड़ा ही है चाय छोटी-मोटी बीमारी हो या फिर कोई भी बड़ी बीमारी हो और पूरी दुनिया कोविद-19 को तो जानती है जो 2019 में आया था और अभी भी कहीं-कहीं उसके असर देख सकते है. मेडिकल लाइन में कैरियर बनाना बहुत आसान नहीं है और बहुत ज्यादा कठिन भी नहीं है. इस लेख में हम आपको बताएंगे डी फार्मा आप किस कॉलेज से कर सकते हैं. डी फार्मा करने के बाद सैलरी कितनी मिलती है. डी फार्मा करने के बाद आप अपना खुद का बिजनेस या एक आउटलेट खोल सकते हैं. डी फार्मा करने के बाद आप सरकारी नौकरी कर सकते हैं या नहीं. इन सभी सवालों के जवाब आपको इस लेख में मिलेंगे.
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- डी फार्मा क्या है?
- डी फार्मा क्यों करें?
- फार्मा करने के लिए आवश्यक स्किल?
- डी फार्मा के विषय?
- डी फार्मा के सिलेबस?
- डी फार्मा करने के फायदे?
- वर्ल्ड बेस्ट डी फार्मा यूनिवर्सिटीज?
- भारत कि टॉप डी फार्मा यूनिवर्सिटीज?
- अलीगढ़ की डी फार्मा करने वाली यूनिवर्सिटी?
- डी फार्मा के लिए योग्यता?
- आवेदन प्रक्रिया?
- भारत में डी फार्मा की सालाना औसतन फीस?
- स्कॉलरशिप?
- डी फार्मा के लिए किताबें?
- नौकरी के अवसर?
- कहां मिलेंगे अवसर?
- सैलरी
- FAQs
डी फार्मा क्या है?
डी फार्मा के कोर्स में आप दवाइयां कैसे बनाई जाती हैं और उनके क्या फार्मूले होते हैं इन सभी जानकारी के बारे में आपको डी फार्मा के कोर्स में बताया जाता है. इस कोर्स को करने का समय 2 साल का होता है जिसमें आपको सभी प्रकार की दवाइयों के निर्माण, पैकेजिंग वितरण और बिक्री से जुड़ी बुनियादी सिद्धांतों के बारे में बताया तथा सिखाया जाता है. इसमें शारीरिक रचना विज्ञान एनाटॉमी (anatomy ), औषध विज्ञान ( pharmacology ), फार्मास्यूटिकल केमेस्ट्री दवाइयां से जुड़े कानून और फार्मास्यूटिकल मैनेजमेंट जैसे विशेष शामिल होते हैं जिनके बारे में जानने को आपको इस कोर्स में मिलता है.
डी फार्मा क्यों करें?
आज के समय को देखा जाए तो सरकारी और प्राइवेट जॉब्स में बहुत ज्यादा कंपटीशन देखा जा रहा है. और जॉब्स भी बहुत काम निकल रही हैं ऐसे में मेडिकल साइंस मैं अगर आप अपने करियर को बनाना चाहते हैं तो यह आपका बहुत अच्छा निर्णय है क्योंकि यही एक ऐसा फील्ड है जिसमें नौकरी की भरमार है. बस आपको एक्सपीरियंस और नॉलेज अच्छी होनी चाहिए आप अपने काम को करने में माहिर होनी चाहिए.
डी फार्मा करने के बाद आप आसानी से सरकारी अस्पतालों में नौकरी कर सकते हैं.
डी फार्मा करने बाद आप अपना खुद का मेडिकल स्टोर खोल सकते हैं.
डी फार्मा करने के बाद आप NGO, हेल्थ क्लिनिक, पब्लिक हेल्थ क्लिनिक जैसे केंद्र फार्मासिस्ट की नौकरी प्रदान कर सकते हैं जहां प्रिस्क्रिप्शन चेक कर सकते हैं और दवाई दे सकते हैं.
भारत में दवा बनाने वाली कंपनियां नौकरी निकलते हैं जिनमें आप आवेदन कर सकते हैं. प्रोसेस कंट्रोलर, मैन्युफैक्चरिंग हेड और क्वालिटी कंट्रोलर जैसे पदों पर नौकरियां निकलते हैं.
आप तोक या मेडिकल सर्जिकल वस्तुओं में दवाएं बेचने के लिए अपना खुद का फार्मेसी आउटलेट खोल सकते हैं.
आप डी फॉर्म करने के बाद चाहे तो बी फार्मा भी कर सकते हैं जिससे आपकी जॉब प्रोफाइल और भी ज्यादा अच्छी हो जाएगी जिससे आपको रोजगार की और भी ज्यादा अच्छे अवसर मिले.
डी फार्मा करने के लिए आवश्यक स्किल
आप किसी भी काम को करते हैं उसको करने के लिए आपको स्किल की जरूरत होती है उसी प्रकार आप जब भी फार्मा करेंगे तो आपको कुछ स्किल की जरूरत होती है. जो आपके पास होनी चाहिए जिनके बारे में आपको कुछ प्वाइंटों के रूप में बताया गया है.
- खाद एवं औषधि अधिनियम ( FDA) के अनुसार सभी दवाइयां का रिकॉर्ड रखना
- जब भी आप किसी को दवा दें तो आपको अपने प्रशिक्षण का सही रिकॉर्ड रखना है
जब भी आप दवाइयां को जरूर से ज्यादा मंगा लें तो उनको सही जगह और उनकी एक्सपायरी डेट को ध्यान में रखते हुए ही सेफ रखना है. इसमें आप सॉफ्टवेयर की मदद भी ले सकते हैं जिससे आप इन्वेंटरी का पूरा ध्यान रख पाएंगे
- समय-समय पर दवाइयां का परीक्षण होता रहता है जिसमें दवाइयां की दैनिक जांच की जाती है वह आपको से भी चेक कर कर रखते रहे तो बहुत ज्यादा अच्छा रहेगा
जब भी कोई पेशेंट आपके पास दवा लेने आए तो आपके पास प्रिसक्रिप्शन का पूरा डिटेल होना चाहिए इसे आप मंथली और वीकली वे स्टोर कर सकते हैं अपने सॉफ्टवेयर की मदद से.
- नारकोटिक्स कंट्रोल
- थर्ड पार्टी बिलिंग भी आपके पास पूरी तरीके से होनी चाहिए
इन सभी को आप कंप्यूटर के द्वारा मैनेज कर सकते हैं एक अच्छे सॉफ्टवेयर की मदद से
डी फार्मा के विषय और सिलेबस
डी फार्मा के सिलेबस को दो भागों में बांटा गया है और यह यूनिवर्सिटीज पर निर्भर करता है कि कौन-कौन से सिलेबस और सब्जेक्ट आपको पढ़ते हैं.
सिलेबस
- प्रैक्टिकल मे आपको लैब में काम करना सिखाया जाता है, जिससे की दावों को तैयार करना, उनका टेस्ट करना और उन्हें स्टोर करना सब प्रैक्टिकल में सिखाया जाता है.
- थ्योरी मे आपको फार्मेसी के बारे में थियोरेटिकल नॉलेज दी जाती है जिससे आप डी फार्मा के बारे में और भी अच्छे से समझ पाते हैं.
- फार्मास्यूटिकल्स इसमें आपको दबाव की तैयारी उनकी पैकेजिंग और उनकी क्वालिटी कंट्रोल के बारे में सिखाया जाता है जिससे आप दबाव को और भी ज्यादा लंबे समय तक संभाल कर सकते हैं.
फार्मास्युटिकल्स केमिस्ट्री इसमें आपको दबाव में काम आने वाले केमिकल्स के बारे में सिखाया जाता है किन केमिकल से आप दबाव को बना सकते हैं और किन केमिकल से आप दबाव को नहीं बना सकते हैं
- फार्माकोग्नोसी मैं आपको नेचुरल सोर्स से आने वाले दबाव के बारे में बताया जाता है कि आप नेचुरल सोर्स से जैसे कि अश्वगंधा, मूसलीआंवला आदि से दवा बन सकते हैं.
- बायोकेमिस्ट्री मैं आपको ह्यूमन बॉडी केमिस्ट्री बारे में बताया जाता है ह्यूमन बॉडी पर दवाई कैसे असर करती हैं इसके बारे में आपको सिखाया जाता है
- फार्माकोलॉजी मैं आपको दबाव के फॉर्मकलॉजिकल इफेक्ट के बारे में सिखाया जाता है और यह कैसे काम करता है इसके बारे में भी आपको पूरी जानकारी दी जाती है
- क्लिनिकल पैथोलॉजी मैं आपको डिजीज के डायग्नोसिस और ट्रीटमेंट के लिए उसे होने वाले टेस्ट के बारे में सिखाया जाता है
विषय
डी फार्मा के कोर्स में बहुत से विषय होते हैं जिनमें से आपको हम मुख्य विषयों के बारे में बता रहे हैं
- फार्मास्यूटिकल ड्रग्स फॉर्म्स इसमें आपको सॉलिड ड्रग फॉर्म्स ( टैबलेट्स, कैप्सूल्स ), लिक्विड ड्रग फॉर्म ( सिरप, इंजेक्शंस ), और टॉपिकल ड्रग फॉर्म ( क्रीम्स, ओइंटमेंट्स ) के बारे में सिखाया जाता है
- पहरामसेटिकल एनालिसिस इसमें आपको दबाव में काम आने वाले केमिकल्स और आइडेंटिफाई क्वांटिफाई करने के मेथड के बारे में बताया जाता है. और प्रोफेसर्स द्वारा आपको सिखाया जाता है.
फार्मेसीटिकल माइक्रोबिलॉजी इसमें आपको माइक्रोऑर्गेनाइज्म के बारे में सिखाया जाता है और दबाव को कांटेमिनेटे कर सकते हैं और उनसे कैसे बचा जा सकता है इसके बारे में जानने को मिलता है
- फार्मेसीटिकल जुरिस्परुडेंस इसमें आपको फार्मेसी लो और रेगुलेशन के बारे में सिखाया जाता है
- कम्युनिटी फार्मेसी मैं आपको कम्युनिटी फार्मेसी के रोल और रिस्पांसिबिलिटी के बारे में सिखाया जाता है
नोट यह सभी सिलेबस और विषय यूनिवर्सिटीज और कॉलेज पर निर्भर करते हैं कि वह कौन से विषय और सब्जेक्ट को रखते हैं तो जब भी आप यूनिवर्सिटी को सेलेक्ट करें तो इन सभी चीजों के बारे में जरूर से जान ले.
डी फार्मा प्रथम वर्ष सिलेबस
डी फार्मा दूसरा वर्ष सिलेबस
डी फार्मा करने के फायदे
डी फार्मा करने के बाद एक वैज्ञानिक अधिकारी बन जाते हैं
डी फार्मा करने के बाद आप खुद का मेडिकल स्टोर खोल सकते हैं
डी फार्मा करने के बाद आप सभी फार्मासिस्ट कंपनी में नौकरी कर सकते हैं
डी फार्मा करने के बाद आप ट्रेनिंग सेक्टर में जा सकते हैं और आप ट्रेनिंग सेक्टर में अपना अच्छा करियर बना सकते हैं
डी फार्मा करने के बाद आप रिसर्च अपना कैरियर बना सकते हैं जिसमें आपको अलग-अलग दबाव के ऊपर रिसर्च करनी होती है
वर्ल्ड टॉप डी फार्मा यूनिवर्सिटीज
दुनिया भर में मेडिकल सेक्टर में बस की यूनिवर्सिटी है जो मेडिकल की अच्छी नॉलेज और डिग्रियां देती हैं जिम आप एडमिशन लेकर मेडिकल सेक्टर में अपना करियर बना सकते हैं यहां पर हमने आपको दुनिया भर की जितनी वर्ल्ड टॉप लेवल की यूनिवर्सिटीज है उनके बारे में आपको बताया है इनमें से आप किसी एक को भी चुन सकते है
भारत की टॉप डी फार्मा यूनिवर्सिटीज
अलीगढ़ कि डी फार्मा करेने बाली यूनिवर्सिटी
डी फार्मा के लिए योग्यता
पूरे भारत में डी फार्मा करने के लिए प्रवेश देने वाली यूनिवर्सिटीज कुछ शर्तें होती हैं जिनको सभी छात्रों को पूरा करना होता है जो की बहुत ज्यादा आसान होती हैं
- आपके पूरे भारत में से किसी भी मान्यता प्राप्त बोर्ड से भौतिक विज्ञान, रसायन विज्ञान और जीव विज्ञान के साथ 12वीं की परीक्षा पूरी करनी होती है
- भारत में बहुत से कॉलेज हैं जिनमें डी फार्मा के लिए परीक्षा देनी होती है वहीं कुछ प्राइवेट कॉलेज में परीक्षा देनी नहीं होती है
- विदेश में बिना परीक्षा के वत फार्मा कर सकते हैं
- डी फार्मा में प्रवेश लेने के लिए आपको सभी विषयों में काम से कम 50% अंक प्राप्त करने होते हैं जिसमें से आपको जीव विज्ञान में कम से कम 50% अंक प्राप्त करने ही है
डी फार्मा को अगर आप भारत के बाहर करना चाहते हैं तो आपको इंग्लिश अच्छी तरह आनी चाहिए
आवेदन प्रक्रिया
भारत के विश्वविद्यालय में आवेदन प्रक्रिया
- सबसे पहले अपनी चुनी हुई यूनिवर्सिटी की ऑफिशल वेबसाइट पर जाकर रजिस्टर करें
- यूनिवर्सिटी की वेबसाइट में रजिस्टर करने के बाद आपको एक यूजर नेम और पासवर्ड प्राप्त होगा
- फिर वेबसाइट में साइन इन के बाद अपने चुने हुए कोर्स का चयन करें जिसे आप करना चाहते हैं
- आवश्यक योग्यता वर्ग आदि के साथ आवेदन फार्म भरे
- इसके बाद आवेदन फार्म जमा करें और आवश्यक आवेदन शुल्क का भुगतान करें
यदि एडमिशन प्रवेश परीक्षा पर आधारित है तो पहले प्रवेश परीक्षा के लिए रजिस्ट्रेशन करें और फिर रिजल्ट के बाद काउंसलिंग की प्रतीक्षा करें. प्रवेश परीक्षा के अंकों के आधार पर आपका चयन किया जाएगा और रिजल्ट जारी किया जाएगा.
भारत में डी फार्मा फीस सालाना औसतन फीस
यह यूनिवर्सिटीज और निजी आधुनिजी या सरकारी होने पर निर्धारित करता है भारत में डी फार्मा कोर्स के लिए ऑस्टिन फीस 45000 से 1 लाख है वहीं अगर आप भारत के बाहर किसी भी देश से डी फार्मा करते हैं तो आपको 10 से 20 लख रुपए प्रति वर्ष खर्च करने होंगे
छात्रवृत्ति स्कॉलरशिप
भारत मे स्कॉलरशिप यूनिवर्सिटीज और कॉलेज द्वारा दी जाती है यह लगभग सभी बच्चों के लिए होती है पर यहां पर कुछ पॉइंट बताए गए हैं जिनमें उन बच्चों के लिए ज्यादातर होती है जो बच्चे आर्थिक रूप से अपनी पढ़ाई के खर्च को नहीं उठा पाते हैं उनका केंद्र सरकार राज्य सरकार स्कॉलरशिप छात्रवृत्ति देती है
केंद्र सरकार की छात्रवृतियां
स्कॉलरशिप की जाती है उनके बारे में यहां पर दिया गया है इनमें से आप पढ़कर यह पता लगा सकते हैं कि आप किस जाति में आते हैं. केंद्रीय छात्रवृत्ति पुणे यह छात्रवृत्ति अनुसूचित जाति ( SC), अनुसूचित जाति ( ST) और अन्य पिछड़ा वर्ग ( OBC ) के छात्रों के लिए है.
राज्य सरकार छात्रवृतियां
कई निजी कॉलेज और विश्वविद्यालय अपने स्वयं के छात्रवृत्ति कार्यक्रम चलाते हैं यह छात्रवृत्ति मेधावी छात्रों खेलों में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले छात्रों और आर्थिक रूप से कमजोर उन बच्चों के लिए होती है आप अपनी पसंद के कॉलेज या विश्वविद्यालय की वेबसाइट पर जाकर यह पता लगा सकते हैं
कुछ उपयोगी वेबसाइट
PCI ( Pharmacy council of india ) कि website
डी फार्मा के लिए किताबें
नौकरी के अवसर
सामुदायिक फार्मासिस्ट दवाइयां वितरित करना मरीजों को दबाव के इस्तेमाल की सलाह देना और फार्मेसी के स्टॉक को मैनेज करना
अस्पताल फार्मासिस्ट अस्पतालों में दबा वितरित करना दबाव को देने के प्रबंध में सहयोग करना और मरीजों की देखभाल के के लिए डॉक्टर के साथ मिलकर काम करना
क्लिनिकल फार्मासिस्ट मरीजों द्वारा ली जाने वाली दबाव पर नजर रखे रखना दबाव के बीच होने वाली परस्पर क्रिया को पहचानना और रोकना और दबाव के बारे में मरीजों को बताना
दवा कंपनी का सेल्स रिप्रेजेंटेड वरना डॉक्टर और अन्य हेल्थ केयर प्रोफेशनल्स को दबाव के बारे में जानकारी देना और उन्हें दबा बेचने का प्रयास करना
मेडिकल बिलर मरीज के रिकॉर्ड को मेडिकल कोड देना ताकि बीमा कंपनियां भुगतान कर सकें
क्वालिटी कंट्रोल टेक्नीशियन तवा बनाने वाली फैक्ट्री में दबाव की गुणवत्ता और सुरक्षा सुनिश्चित करना
शोध सहायक फार्मासिस्टो और वैज्ञानिकों की दबाव पर शोध करने में मदद करना इसे आप असिस्टेंट का एक रूप भी समझ सकते हैं
ड्रग इंस्पेक्टर यह सुनिश्चित करना की दवा बनाने वाली कंपनियां दबा बनाने के नियमों और सुरक्षा मानकों का पालन कर रही हैं
कहां मिलेंगे अवसर
आप खुद का एक मेडिकल स्टोर खोल सकते हैं
आप अस्पताल और क्लिनिक मैं भी दवाई सेल कर सकते हैं
आप दवा कंपनियों के साथ काम कर सकते हैं
आप कौन कंपनी के साथ भी काम कर सकते हैं जो मेडिकल डिवाइसेज बनती हैं जैसे की बीपी नापने वाली मशीन
आप सरकारी संस्थान जैसे ( औषधि नियंत्रण विभाग ) मैं भी काम कर सकते हैं
आप शोध संस्थान में भी काम कर सकते हैं जिसमें आप रिसर्च में आप वैज्ञानिकों की मदद कर सकते हैं
वेतन ( सैलरी )
डी फार्मा करने के बाद आपकी शुरुआती सैलरी आपके अनुभव और आपके काम करने पर निर्भर करती है यह औसतन 15000 से 25000 प्रति माह के बीच हो सकती है अगर आप अपना खुद का मेडिकल स्टोर खोल लेते हैं तो आप इसे कहीं ज्यादा भी कमा सकते हैं
FAQs
डी फार्मा की उम्र कितनी है
डी फार्मा पाठ्यक्रम में प्रवेश लेने की न्यूनतम आयु सीमा 17 वर्ष है
डी फार्मा में कितना खर्चा आता है
डिप्लोमा इन फार्मेसी 2 साल का कोर्स है इसकी फीस लगभग ₹160000 se ₹200000 हो सकती है
डी फार्मा करने के बाद कितने लाइसेंस मिलते हैं
डी फार्मा को करने के बाद एक ही लाइसेंस मिलता है
मेडिकल स्टोर का लाइसेंस कैसे बनता है
सबसे जरूरी यह है कि आपके पास मेडिकल स्टोर खोलने का लाइसेंस हो इसके लिए आपको या तो खुद फार्मेसी का कोर्स करना होगा या आप किसी डिग्री धारक को नौकरी पर रख सकते हैं और आप इसकी डिग्री और डिप्लोमा पर भी मेडिकल स्टोर चला सकते हैं
डी फार्मा का फुल फॉर्म क्या है
फार्मेसी इन डिप्लोमा डी फार्मा का फुल फॉर्म है जिसमें डी फार्मा मे “डी” का मतलब है “डिप्लोमा” जो दर्शाता है की योग्यता डिप्लोमा स्टार की है. “फार्मा” शब्द का मतलब है फार्मास्यूटिकल क्षेत्र में जिसमें फार्मेसी का अध्ययन और अभ्यास शामिल है
डी फार्मा करने की अधिकतम आयु कितनी है
डी फार्मा करने की अधिकतम आयु डी फार्मा करने के लिए कोई भी अधिकतम आयु नहीं है आप किसी भी उम्र में डी फार्मा कर सकते हैं
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