ऑप्टोमेट्री कोर्स क्या है ?Optometry course in Hindi?
नमस्कार दोस्तों! आज के इस लेख में हम Optometry course in Hindi के बारे में आपको जरुरी जानकारी देंगे.
आजकल के तेजी से बदलते दौर को देखे तो आज के समय में आँखों की समस्या तेजी से बढ़ रही हैं. आज कल छोटे बड़े सब आँखों को समस्या से जूझ रहे हैंl आज हमारे भारत में आंखों से संबंधित एक प्रमुख स्वास्थ्य समस्या देखने को मिल रही हैं.विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार इस समय भारत में लगभग 1 करोड़ से भी ज्यादा लोग आँखों की समस्या से प्रभावित हैंl ऐसे में आँखों से जुडी समस्या ज्यादा तेजी से फैल रही हैं. ऐसे में यदि हमारे प्यारे भारत में आँखों की देखभाल करने वाले प्रोफेशनल पर्याप्त संख्या में उपलब्ध हो तो 80 प्रतिशत लोगो की आँखों से जुडी समस्या से बचाया जा सकता हैंl ये जानकर आपको बुरा लग सकता हैं की इस दुनिया के एक तिहाई नेत्रहीन भारत के लोग हैं.और लाखो लोग किसी ना किसी तरह दृष्टिबाधिता (visual impairment) के शिकार हो रहे हैं. इस में सबसे ज्यादा मोबाईल, कंप्यूटर, लेपटॉप आदि का उससे करने से हमारी आणखी पर बहुत ज्यादा प्रभाव पड़ रहा हैं.आजकल तो आपने दो साल के बच्चो के हाथो में भी मोबाइल देखा होगा. जिससे उनको छोटी उम्र में ही आँखों जुडी समस्या होने लगती हैं.टेक्नोलॉजी के दौर में हम मोबाइल फोन कंप्यूटर आदि का उपयोग करें बिना शायद ही कोई काम कर सकते हैं. ऐसे में जरुरी हैं की हमारे भारत में आँखों के ऑप्टोमेट्री विशेष यज्ञ हो इसलिए आप optometry course कर सकते हैं.
भारत में Optometry course:
हमारे भारत में, optometry के बहुत सारे course उपलब्ध हैं.
- डिप्लोमा इन ऑप्टोमेट्री ( Diploma in Optometry ) इसको आप 12th के बढ़ कर सकते हैं. यह 2 साल का होता हैं|
- बैचलर ऑफ़ ऑप्शमेट्री (Bachelor of Optometry) यह 4 साल का कोर्स हैं जिसको आप 12th के बाद कर सकते हैं|
- मास्टर ऑफ़ ऑप्शमेट्री (Master of Optometry) यह 2 साल का कोर्स होता हैं जिस्को आप B.Optom पूरा के बाद कर सकते हैं.
- PhD ऑफ़ ऑप्शमेट्री (PhD of Optometry) पीएचडी एक रिसर्च डिग्री हैं.जिसको Optom पूरा करने के बाद ही कर सकते हैं.
परिचय: ( Introduction )
क्या आपने कभी सोचा हैं. की हम अपने आसपास की दुनिया को बिना आँखों के कैसे देख सकते हैं. स्वस्थ आँखों का महत्व वो जानते हैं जिनके पास आंखे नहीं हैं. ऑप्टोमेट्रिस्ट हमारी आँखों को स्वस्थ रखने में हमारी मदद करते हैं. आज के बदलते समय में लोगों में दूर दृष्टि दोष तथा निकट दृष्टि दोष तेजी से फैल रहा हैं.
ऑप्टोमेट्री क्या हैं? what is optometry?
- ऑप्टोमेट्री के अंतर्गत आंखों की देखभाल की जाती हैं,
- यह एक स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र हैं. यह आँखों और दृष्टि देखभाल पर केंद्रित हैं इसमें आपको जनाने के लिए मिलता हैं
- आँखों की देखभाल करना दृष्टि का आकलन करना और सभी प्रकार के दृष्टि विकारों के इलाज के अध्ययन के रूप में परिभाषित है.|
- ऑप्टोमेट्री कई भागों में विभाजित है जिसमें यह 2 साल के लिए भी होता है तथा 4 साल के लिए भी होता है
- बैचलर ऑफ़ ऑप्टोमेट्री के छात्रों को कोर्स के अध्ययन में जानने के लिए मिलता है कि दृश्य प्रणाली के रोगों की विविध समझ कर सके नेत्र रोगों का पता करना तथा लेंस का सही चयन करने में रोगियों की मदद करना यह सारी चीज आपको कोर्स के अध्ययन में सिखाई जाती हैं |
ऑप्टोमेट्रिस्ट क्या करते हैं? what does an Optometrist Do?
Optometrist कई तरह के कार्य करते हैं, जिनमें शामिल हैं:
- आंखों की जांच करना: ये आपकी दृष्टि का परीक्षण करते हैं ये निर्धारित करने के लिए की आपको चश्मा, कांटेक्ट लेंस या किसी अन्य दृष्टि सुधार की आवश्यकता है या नहीं
- आंखों की बीमारियों का पता लगाना और उनका इलाज करना: वे मोतियाबिंद, ग्लूकोमा और मधुमेह संबंधित संबंधी रेटिनोपैथी जैसी कुछ आंखों की बीमारियों का पता लगा सकते हैं और उनका उपचार कर सकते हैं गंभीर मामलों में वह आपको किसी नेत्र रोग विशेषज्ञ ( ophthalmologist ) के पास रेफर कर सकते हैं.
- आंखों से जुड़ी अन्य समस्याओं का समाधान करना: वे आंखों के सूखेपन, आंखों के थकाव और कंप्यूटर विजन सिंड्रोम जैसी अन्य आंखों से जुड़ी समस्याओं का भी इलाज कर सकते हैंl
आंखों के डॉक्टर को दिखाने के फायदे: ( benefit of saying and optometrist )
स्वस्थ दृष्टि बनाए रखना: optometrist आपकी आँखों की जाँच करते हैं और यह निर्धारित करते हैं कि आपकी आँखों में कोई बदलाव हुआ है या नहींl यदि आपकी आँखों की दृष्टि कमजोर हो गई है तो वे आपको चश्मा या कांटेक्ट लेंस के लिए बोल सकते हैं ताकि आप रूप से देख सकें l
आंखों की बीमारियों का जल्दी पता लगाना: optometrist मोतियाबिंद, ग्लूकोमा, मधुमेह संबंधित रेटिनोपैथी जैसी आंखों की भी गंभीर बीमारियों के शुरुआती लक्षणों को देख कर पता करते हैं और इन बीमारियों का जल्दी पता लगाने से बीमारियों का इलाज आसान हो जाता हैl
आंखे स्वास्थ्य की जांच: आंखों की जांच के करते हुए, optometrist आपकी आँखों की रक्त वाहिकाओं और रिटिना की भी जांच करते हैंl यह उच्च रक्तचाप, मधुमेह और यहां तक की ब्रेन ट्यूमर जैसी अन्य स्वास्थ्य स्थितियों के संकेत भी दे सकता हैl
आंखों की सभी समस्याओं का समाधान: आपको बिना रोगी optometrist देने में आपकी मदद करते हैंl optometrist इनसमस्याओ के इलाज करने में आपकी सहायता करते हैंl
कांटेक्ट लेंस या चश्मा: आपको चश्मा या कांटेक्ट लेंस की आवश्यकता है, तो optometrist से मिले और सलहा ले ऑप्शमेट्रीस्ट आपके लिए सही चश्मा या सही कॉन्टैक्ट लेंस का चुनाव करने में मदद करते हैंl
ऑप्टोमेट्री कोर्स क्यों करें? Why do optometry course?
ऑटोमेटिक कोर्स क्यों करें इसका जवाब आपको Optometry course in Hindi के माध्यम से निम्नलिखित बिंदुओं के आधार में मिलेगा
- आज आज के तेजी से बदलते दौर में हम देख रहे हैं कि मोबाइल का और कंप्यूटर का उपयोग बहुत ज्यादा बढ़ता जा रहा है स्कूल, कॉलेज, हॉस्पिटल हर जगह कंप्यूटर और मोबाइल को उपयोग होने लगा है जिसके कारण आपकी आंखों को यूवी लाइट (UV light) का सामना करना पड़ता है |
- आज के दौर में पढ़ाई भी अब डिजिटल हो गई है जिसके कारण हमारे छोटे-छोटे बच्चों के हाथ में मोबाइल आ गया है टैबलेट्स आ गए हैं और इनका उपयोग बहुत ज्यादा करने की वजह से आंखों पर बहुत ज्यादा असर पड़ता है जिस कारण आंखों में परेशानी होने लगती है |
- ऑप्शमेट्री कोर्स करने के बाद, आपको ऑप्टिकल या स्वास्थ्य देखभाल के क्षेत्र में प्रभावी ढंग से योगदान करने के लिए ज्ञान और कौशल मिलेगा |
- ऑप्शमेट्री कोर्स के अध्ययन करते समय आपके आंखों से जुड़ी सभी समस्याओं के बारे में बताया जाता है तथा इनका कैसे दूर किया जाए इसके बारे में भी बताया जाता है |
ऑप्टोमेट्री कोर्स करने के लिए स्किल्स:
ऑप्टोमेट्री कोर्स क्या है? के अनुसार आपको इस कोर्स के लिए निम्नलिखित स्किल की आवश्यकता पडती है.
- आपको आँखों की जांच जांच कई तरीको से करनी आनी चाहिए. जैसे की retinoscopy, tonometry, refractometry ये सभी तरीको से आप जांच करने में माहिर होने चाहिए.
- आपकी कांटेक्ट लेंस फिटिंग में भी अच्छी पकड़ होनी चाहिए,
- ऑप्शमेट्रीस्ट को अच्छी और कुशल फिटिंग करनी आनी चाहिए.
- आपको विज़न( therapy) थेरेपी देनी आणि चाहिए. विजन therapy आँखों की मांसपेशियों को फिर से सुचारु रूप से फिर से काम करने मेंमदद करती हैं.
- आपको परेशान नहीं होना हैं ये सारी जानकारी और सारी स्किल आपको कोर्स के अध्ययन में सिखाई जाएंगी और भी बड़ा स्किल हैं जो आपको सीखनी चाहिए वह है सॉफ्ट स्किल
सॉफ्ट स्किल ( Soft skill )
सॉफ्ट स्किल वो स्किल होती हैं जो हर ऑप्शमेट्रीस्ट को आणि चाहिए
- जिससे वो लोगो की मदद कर सके लोगो से बात करना, लोगो की समस्या का पता कर उसको दूर करना ये सारी चीजें एक ऑप्शमेट्रीस्ट को आनी ही चाहिए.
- Communication skill आपको लोगो से बात करने की कला में माहिर होना होगा. जैसे जैसे आप कोर्स में आगे बढ़ाते जाएंगे वैसे ही वैसे आप इन सब चीजों को सीखे जाएंगे. तो आपको ज्यादा परेशान नहीं होना हैं बस पड़ते रहना हैं.
- Problem solving आपको प्रॉब्लम सोलविंग बनन्ना होगा किसी की समस्या को समजे और उसकी बात को सुने जब आप अच्छे से उसकी समस्या को समझ गए हैं तो अब आप उसकी समस्या को दूर कर सकते हैं ये कला आपको खुद से ही सीखनी होंगी क्युकी ये आपको कोई भी नहीं शिखा सकता हैं.
- आप जब भी किसी मरीज को देख या बीमारी का पता करने की कोशिश कर रहे हो तो हर छोटी से छोटी बात तथा हर चीज पर ध्यान दे ये आपके लिया बहुत उपयोगी जो सकता हैं.
ऑप्टिम्यूटरी कोर्स करने के लिए योग्यताएं ( Eligibility)
आप ऑप्टोमेट्री कोर्स को करने में रुचि रखते हैं तो आपको नीचे दिए गए बिंदुओं को पढ़ सकते हैं जो आपकी मदद करेंगे ऑप्टोमेट्री कोर्स करने में
- आपको किसी भी मान्यता प्राप्त बोर्ड से 12th की पढ़ाई पीसीबी ( PCB ( भौतिक विज्ञान, रसायन, जीव विज्ञान और मैथ ) इन सब्जेक्ट में अच्छे नंबरों से पास होना पड़ेगा |
- आपको अगर भारत में किसी यूनिवर्सिटी मैं प्रवेश लेना हैं तो निर्धारित न्यूनतम अंकों के साथ इंटरमीडिएट मैं पास होना पड़ेगा |
- अगर भारत के बाहर विदेश से पढ़ना चाहते हैं तो आपको इंग्लिश लैंग्वेज में टेस्ट क्लियर करना होगा जैसे की-IELTS, TOEFL के अंक अनिवार्य हैं |
- MBBS के लिए आवश्यक है कि आपने अपनी 12वीं की पढ़ाई पीसीबी ( physics chemistry biology ) इन सब्जेक्ट से की हो |
- हमारे भारत में MBBS कोर्स करने के लिए इच्छुक कैंडिडेट्स को NEET UG की परीक्षा क्लियर करनी होती है बहुत सी यूनिवर्सिटीज और कॉलेज अपने स्वयं की प्रवेश परीक्षा करते हैं जिम कैंडिडेट को उत्तीर्ण होना ही है |
- भारत के बाहर विदेश में MBBS के के लिए प्रवेश परीक्षाएं जैसे NEET, MCAT (ऑस्ट्रेलिया यूएसए कनाडा के लिए), UKCAT, BMAT, GAMSAT ) यूके के लिए आदि आपको अच्छे नंबरों उत्तीर्ण होना होगा |
- भारत से बाहर विदेश की यूनिवर्सिटी में एडमिशन के लिए IELTS, TOEFL, PTE टेस्ट में उत्तीर्ण होना जरूरी है साथ में SOP, LOS OR CV रिज्यूमे जैसे दस्तावेजों की जरूरत होती है |
ऑप्टोमेट्री में फ्यूचर स्कोप: ( Career Opportunities)
ऑप्टोमेट्री एक अच्छा करियर है. इसमें आप लोगों की आंखों की सेहत का ध्यान रखते हैं और उनकी जिंदगी में बदलाव लेकर आते हैं. आपको इंटर्नशिप प्रैक्टिकल एक्सपीरियंस देगा और आपको अपनी स्किल सीखने में मदद मिलेगी. आपको आँखों में रुचि है और आप लोगों की मदद करना चाहते हैं तो optometry आपके लिए एक अच्छा करियर विकल्प हो सकता है |
शिक्षा: ( Education)
- ऑप्शमेट्रीस्ट बनने के लिए, आपको Bachelor of Optometry ( B. Optom ) या Doctor of Optometry (OD) की डिग्री लेनी होंगी. (B.Optom ) course की duration 4 साल हैं, जबकि (OD ) course ki duration 5 साल हैं.
- आप अपनी डिग्री किसी अच्छे और रिकॉनाइजेड यूनिवर्सिटी से कर सकते हैं |
- आप ऑप्शमेट्री 10th, 12th के बाद कर सकते हैं. पर जब ही जब आपने 10th, 12th में साइंस या बायोलॉजी ली हो तो आप ऑप्शमेट्री में आगे पड़ सकते हैं |
Future scope:
Optometry के क्षेत्र में असीमित भविष्य की संभावनाएं हैँ.
आगे कुछ कारण बताये गए हैं की ( Optometry ek acha career choice course ) क्यों हैं
- बढ़ती हुए आबादी : लोगो की आबादी पहले से कहीं तेजी से बढ़ रही हैं. ऐसे में जब आबादी बढ़ती हैबतो उसके साथ बीमारिया भी बढ़ती हैं. ऐसे में आँखों की समस्या भी बढ़ेंगी ही तो ऐसे में ऑप्शमेट्री करना एक अच्छा विकल्प हो सकता हैं |
- डिजिटल आई स्ट्रैन : आजकल तो हमारी सुबह भी बिना फ़ोन के नहीं होती हैं और आता का तो पता नहीं काबा होती हैं ऐसे में आँखों पर बहुत ज्यादा जोर पड़ता हैंतो आप समझ ही सकते हैं की आज के इस टेक्नोलॉजी के दौर में ऑप्शमेट्रीस्ट की मांग बढ़ेगी ही इसलिए आप Optometry करने का सोच रहे हैं तो अच्छा सोच रहे हैं |
- ऑप्शमेट्री एक फैला हुआ क्षेत्र हैं: ऑप्शमेट्री में बहुत सारी ओप्पोर्टनिटी हैँ क्युकी ये विस्तृत फैला हुआ क्षेत्र हैं इसमें आपको प्राइवेट और सरकारी दोनों ही जॉब मिल सकती हैं. या आप खुद का क्लिनिक भी खोल सकते हैँ |
- आप विज़न थेरेपी कर सकते हैँ सरकारी और प्राइवेट दोनों जगहों पर ही विज़न करने बालो की जरूर होती है |
- आप किसी रिसर्च इंस्टिट्यूट में भी जॉब कर सकते हैँ जहाँ पर आपको रिसर्च करनी होती हैं ऑप्शमेट्री में अच्छी ओप्पोर्टनिटीज है |
- New technology ( न्यू टेक्नोलॉजी का ऑप्शमेट्री पर असर ) टेक्नोलॉजी के इस दौर में आज टेक्नोलॉजी बहुत ही ज्यादा तेजी से विकसित हो रही हैँजो मानव जीवन को सरल bna रही हैं. और ऑप्शमेट्री पर भी न्यू टेक्नोलॉजी का असर हुआ हैं.
- Tele-optometry: आज के इसलिए दौर में आप देख रहा हैं की लोगो की बीमारिया बढ़ती ही जा रही हैं और कुछ लोगो को तो सही समय पर इलाज ही नहीं मिल पता हैं ऐसे में Tele-optometry दूर से ही मरीज के इलाज करने में मदद करती हैं. ये सब मुमकिन हुआ हैं तो आज की इस टेक्नोलॉजी से ही जो लोगो को अच्छा इलाज करने में मदद करती हैं |
- Tool: एडवांस डायग्नोस्टिक टूल आज बहुत अच्छे से हो जाता हैं क्युकी आज की टेक्नोलॉजी से ये सब आसान हुआ हैं जिस में आँखों मके इलाज पहले से अच्छे करने लगे हैं जिसमे “लेज़र के द्वारा मोतियाबिंद का ऑपरेशन किया जाना” आज हमारे डॉक्टर्स लेज़र द्वारा आँखों का ऑपरेशन करते हैँ |
- Artificial intelligent: आज हम और सारी बिमारियों का डाटा एकत्र करके आर्टिफिशल इंटेलीजेंट की मदद से बिमारियों को दूर करते हैँ |
Optometry में carrier बनाने के लिए क्या करें:
ऑप्शमेट्री में कैरियर बनाने के लिए आपको Bachelors Degree in Optometry पूरा करना होगा. इसके बाद आपको Ph.D. करनी होंगी इसके बाद आप research aur academic को भी चूज कर सकते हैं. ऑप्शमेट्री का क्षेत्र हर समय बदलता रहता हैं इसके लिए आपको अपने आपको अपडेट रखना होगा और इसके लिए आप professional organisations के द्वारा कराए जा रहे कोर्स य research offer को कर सकते हैँ
और अपने आप को अपडेट रख सकते हैँ.
Scope of Practice:
आंखों की जांच करना: ऑप्शमेट्रीस्ट को लोगो की आँखों की जांच करनी होती हैं.
जांच में वे पता करते हैं की आंखे ठीक से रंगों में फर्क कर पाती हैं य नहीं और आँखों की मांसपेशियम स्वस्थ हैं
य नहीं.
आंखों की रोशनी: से संबंधित सभी प्रकार की बीमारियों का इलाज करना.
चश्मा या कांटेक्ट लेंस: जांच में जब पता चलता है की आंखों को चश्मा लगाना जरूरी हैं तो ऑप्शमेट्रीस्ट आंखों के लिए चश्मा और कांटेक्ट लेंस का नंबर लिख देते हैं.
लोगो को शिक्षित करना: ऑप्शमेट्रीस्ट लोगो को आँखों की देखभाल कैसे करनी हैं ये बताते हैं और आँखों में दवा कैसे डालनी हैं. आँखों को कैसे साफ करना हैं ये सारी जानकारि ऑप्शमेट्रीस्ट लोगो को देते हैं.
आंखों की जांच करना: ऑप्शमेट्रीस्ट को लोगो की आँखों की जांच करनी होती हैं.
जांच में वे पता करते हैं की आंखे ठीक से रंगों में फर्क कर पाती हैं य नहीं और आँखों की मांसपेशियम स्वस्थ हैं
य नहीं.
आंखों की रोशनी: से संबंधित सभी प्रकार की बीमारियों का इलाज करना.
चश्मा या कांटेक्ट लेंस: जांच में जब पता चलता है की आंखों को चश्मा लगाना जरूरी हैं तो ऑप्शमेट्रीस्ट आंखों के लिए चश्मा और कांटेक्ट लेंस का नंबर लिख देते हैं.
लोगो को शिक्षित करना: ऑप्शमेट्रीस्ट लोगो को आँखों की देखभाल कैसे करनी हैं ये बताते हैं और आँखों में दवा कैसे डालनी हैं. आँखों को कैसे साफ करना हैं ये सारी जानकारि ऑप्शमेट्रीस्ट लोगो को देते हैं.
ऑप्टोमेट्री कोर्स के लिए आवेदन प्रक्रिया:
ऑटोमेटिक कोर्स करने के लिए आपको निम्नलिखित आवेदन प्रक्रिया से गुजरना होगा जिसमें पहले भारत के बाहर विदेश में ऑप्टोमेट्री कोर्सेज करने के लिए आवेदन प्रक्रिया क्या होती है यह हम आपको बताएंगे |
रिसर्च: research सबसे पहले आपको रिसर्च करनी होगी कि आप किस कंट्री से ऑप्टोमेट्री कोर्स करना चाहते हैं
हर देश में ऑप्टोमेट्री कोर्स के लिए डिफरेंट एलिजिबिलिटी क्राइटेरिया होता है और एडमिशन प्रोसेस होता है
इसलिए आपको अच्छे से रिसर्च कर लेनी है |
एलिजिबिलिटी: eligibility जब आप एक देश चुन लेते हैं तो आपको उसे देश के ऑप्टोमेट्री कोर्स के एलिजिबिलिटी क्राइटेरिया में अकादमिक क्वालिफिकेशन, ऐज, लैंग्वेज, प्रवीणता और एग्जाम जैसी चीज शामिल हो सकती हैं |
एंट्रेंस एग्जाम: entrance exam भारत के बाहर विदेश से ऑटोमेटिक कोर्स करने वाले देश में ऑप्टोमेट्री कोर्स में एडमिशन के लिए आपको एंट्रेंस एग्जाम देना होता है
जिसमे सबसे कॉमन एंट्रेंस एग्जाम मकट ( Medical College admission test ) और OAT ( optometry admission test) एंट्रेंस एग्जाम हैं और ज्यादा जरूरी जानकारी के लिए आपको यूनिवर्सिटी की ऑफिशल वेबसाइट पर जाकर मिल जाएगी |
एप्लीकेशन प्रोसेस: application process जब आप एलिजिबिलिटी क्राइटेरिया को फुलफिल कर लेते हैं,
तो आप एप्लीकेशन प्रोसेस कंप्लीट कर सकते हैं एप्लीकेशन प्रोसेस में ऑनलाइन फॉर्म भरना, डॉक्यूमेंट सबमिट करना और एप्लीकेशन फी देना होता है |
वीजा अप्लाई: visa apply जब आप चुन लेते हैं कि आपको इस देश से ऑप्टोमेट्री कोर्स करना है, तो आपको उस देश के लिए वीजा अप्लाई करना होता है जो स्टूडेंट विजा हैं स्टूडेंट विजा लेने के लिए आपको अपने यूनिवर्सिटी से अपॉइंटमेंट लेटर फाइनेंशियल डॉक्यूमेंट और आदर जरुरी डॉक्युमेंट्स सबमिट करने होते हैं|
भारतीय यूनिवर्सिटी में आवेदन करने की प्रक्रिया:
- सबसे पहले अपने चुने हुए यूनिवर्सिटी की ऑफिशल वेबसाइट पर जाएं.
- आपको यूनिवर्सिटी की वेबसाइट में रजिस्ट्रेशन करना होगा जिसमें आपको एक यूजर नेम और पासवर्ड प्राप्त होगा|
- अब आप वेबसाइट में फिर से साइन इन करेंगे और चुने हुए कोर्स का चयन करेंगे जिसमे आप ऑप्टोमेट्री चुनेंगे |
- अब आप एप्लीकेशन फॉर्म भरे अगर यूनिवर्सिटी में प्रवेश से पहले टेस्ट की प्रक्रिया है तो आपको पहले टेस्ट फॉर्म भरना होगा उसके बाद आपको रिजल्ट के बाद काउंसलिंग की प्रक्रिया होगी उसके बाद प्रवेश परीक्षा के अंकों के आधार पर आपका चयन किया जाएगा और लिस्ट में नाम जारी कर दिया जाएगा |
ऑप्टोमेट्री कोर्स करने के लिए दुनिया की टॉप यूनिवर्सिटीज:
ऑप्टोमेट्री कोर्स क्या है इस लेख में हम आपको बताएंगे दुनिया की टॉप यूनिवर्सिटी.
आप किसी भी यूनिवर्सिटी से ऑप्टोमेट्री कोर्स कर सकते हैं.
हावर्ड यूनिवर्सिटी
कैलिफोर्निया यूनिवर्सिटी
स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी
टोरंटो यूनिवर्सिटी
कोलंबिया यूनिवर्सिटी
येल यूनिवर्सिटी
इंपीरियल यूनिवर्सिटी
यूनिवर्सिटी कॉलेज लंदन
सिडनी यूनिवर्सिटी
मिशीगन यूनिवर्सिटी
अमोरी यूनिवर्सिटी
हमारे भारत में बहुत बहुत अच्छी यूनिवर्सिटीज है जिनमें से आप किसी एक को चुन सकते हैं
ऑटोमेटिक कोर्स करने के लिए.
भारतीय विद्यापीठ मेडिकल कॉलेज
स्कूल का ऑप्टोमेट्री, गांधी आई हॉस्पिटल अलीगढ़
पंजाब मेडिकल कॉलेज, अमृतसर
शारदा यूनिवर्सिटी, ग्रेटर नोएडा
जेएसएस मेडिकल कॉलेज, मैसूर
बीआरडी मेडिकल कॉलेज गोरखपुर
इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज, शिमला
नोएडा अंतरराष्ट्रीय यूनिवर्सिटी
इग्नू, दिल्ली
उत्तर प्रदेश में ऑप्टोमेट्री कोर्स के लिए टॉप कॉलेजेस:
शारदा यूनिवर्सिटी ग्रेटर नोएडा
अवध इंस्टिट्यूट ऑफ़ मेडिकल टेक्नोलॉजीज, लखनऊ
गलगोटिस यूनिवर्सिटी, ग्रेटर नोएडा
हिंद इंस्टिट्यूट ऑफ़ मेडिकल साइंन्स, लखनऊ
इंस्टिट्यूट ऑफ़ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी, लखनऊ
कानपुर इंस्टीट्यूट आफ मेडिकल, साइंन्स
इस लेख में हमने आपको देश-विदेश तथा भारत में जितने भी टॉप यूनिवर्सिटीज है उनके बारे में बताया है
जिनमें से किसी को आप चुनकर ऑटोमेटिक कोर्स कर सकते हैं पर मैं यहां पर आपको कुछ बाते और बता देना चाहता हूं
- अपने बजट के अनुसार: किसी भी कॉलेज की फीस बहुत अलग-अलग हो सकती है इसलिए आपको अपने बजट के अनुसार ही कॉलेज को चुनना चाहिए जिस कॉलेज की फीस आपके बजट के अनुसार है या उतनी है जितना अपने बजट बनाया है तो आप उसे कॉलेज मैं एडमिशन जरूर ले |
- कॉलेज की लोकेशन पर विचार करें: क्या कॉलेज आपके घर के पास है? कितना दूर है? जाने में कितना समय लगेगा आने में कितना समय लगेगा यह सारी बातें आपको पहले ही जान लेनी चाहिए |
- कॉलेज की रेपुटेशन: कॉलेज की रेपुटेशन क्या है? क्या कॉलेज के पास अच्छा प्लेसमेंट रिकॉर्ड है?
- कॉलेज की फैकेल्टी पर ध्यान दें: कॉलेज में जो फैकल्टी आपको पढ़ने आ रहे हैं वह कैसे हैं? क्या उनके पास अच्छा एक्सपीरियंस है? इन सब बातों का आपको पहले ही ध्यान देना चाहिए
ऑप्टोमेट्री कोर्स करने के बाद जॉब सैलरी:
ऑप्टोमेट्रिक कोर्स करने के बाद जॉब और सैलेरी क्या होगी यह सवाल सबे के मन में होता ही हैं,
जिसका जवाब आपको ऑप्टोमेट्री कोर्स क्या है में डिटेल में जानने के लिए मिलेगा |
जॉब्स :
नोट- जो भी सैलरी हमने यहां पर आपको बताई है यह सैलरी हमारी अनुमानित सैलरी है आपको इससे ज्यादा और इससे काम भी मिल सकते क्योंकि यह आपके एक्सपीरियंस और आपके काम करने पर निर्भर करता है.
ऑप्शमेट्री कोर्स के लिए बेस्ट बुक
Nyc
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